karan gautam shayari|| karan gautam lyrics
टूट कर एक आशिक शोरत से भी टूट गया लगता है जो अब ठेला सड़को पर पता चले तुम्हें इश्क़ की तड़प का एहसास हो आंखो में कुछ आँसू और मेरे लौट आने की आस हो वहीं आस जिसके सहारे मैंने इतना वक़्त गुजारा है वहीं दर्द जिसने मेरे हर नज़्म को निखारा है वहीं…