हिमांशी बाबरा शायरी कलेक्शन
में उसकू समझ आया हूँ दुनिया समझ आने के बाद ,वो मेरा नाम लिखता है इक नाम मिटने के बाद.खुसी ये है में उसके लिया सबसे पहले हु,गम ये है किसी के जाने के बाद लोग तो लोग है लोगों की तरह देखते हैं, एक हम है जो उसे बच्चों की तरह देखते है. हमको…