कितना चाहते हैं तुमको
ये कभी कह नहीं पाते,
बस इतना जानते हैं,
की तेरे बिना रह नहीं पाते
कोई दिल के बहुत करीब था जिससे यारी टूट गयी
बातें एक एक कर सारी की सारी टूट गई
कभी दिन भर गपें लड़ाया करते थे
फिर एक एक एक दुसरे से मिलने की बीमारी छोट गयी
लोग मिसाले दिया करते थे दोस्ती की हमारी
मोहब्बत ने ऐसी टांग अडाई की महफ़िल सारी की सारी लुट गयी
हमेश के लिए रख लो मुझे अपने पास कोई पूंछे तो कह देना की मालकिन हु इस दिल की
खोना मत किसी के बहकावे में आकर
बड़ी मुश्किल से मिलते हैं सीने से लगाने वाले
यूं तो कर लेते है बातें तुमसे पर ऐसे मन कहा भरता है
तुमसे मिलकर तुम्हे अपनी बाहों में भरने का दिल करता है
जमाना भी राजी हो और तू भी कोई ऐसा हेरा फेरी हो जाए
में कमाल कर दूंगा तुझे चाहने में अगर तू पूरी तरह मेरी हो जाये
हर शाम तेरेनाम लिखते है हर पैगाम तेरे नाम लिखते है
वो कलम भी तेरा दीवाना हो जाता है जिससे हम तेरा नाम लिखते है
तुम मेरी तरफ देखना छोडो तो बताऊ हर सख्स तुम्हारी ही तरफ देखता है
तुम्हे बस ये बताना चाहता हूँ की में तुमसे क्या छुपाना छाहता हूँ
कभी मुझ से भी कोई झूठ बोलो में हाँ में हाँ मिलाना चाहता हूँ
अदाकारी बड़ा दुःख दे रही है में सचमुच में मुश्कुराना चाहता हूँ
हमने ऐसी भी क्या खता कर दी जो काबिले माफ़ी नही
में सुधर सुधर के सुधरा हु में फिर से बिगड़ जाऊंगा
वो पूंछेगे कैसे हो में इश्क में पड़ जाऊंगा
कहाँ मिलता है कोई समझने वाला जो भी आता है समझा कर चला जाता है
टूटे हुए कांच की तरह चकनाचूर हो गए ,
किसी को चुभ न जाए इसलिए सबसे दूर हो गए
तुम्हारे हालत बता रहे है कोई अपना ही था , इतना सादगी से बर्बाद कोई गैर नही करता
मोहब्बत की हथेली पर जूनून का जाम रख दूंगा, अगर बेटी हुई मेरी तुम्हारा नाम रख दूंगा
तारे भी चमकते है बादल भी बरसते है
आप तो हमारे दिल में हैं फिर भी हम मिलने को तरसते है