इश्क़हो रहा है उनसे क्या किया जाय ,रोके अपने आपको या होने दिया जाय
मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नहीं,वो मुझे चाहे या मिल जाये जरूरी तो नहीं,ये क्या कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो,सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही
गम में ख़ुशी की वजह बनी है मोहब्बत,दर्द में यादों की वजह बनी है मोहब्बत,जब कुछ भी ना रहा था अच्छा इस दुनिया में,तब हमारे जीने की वजह बनी है यह मोहब्बत।
मिला वो लुत्फ हमको डूब कर तेरे ख्यालों में,कहाँ अब फर्क बाकी है अंधेरे और उजालों में
इश्क का होना भी लाजमी है शायरी के लिये,कलम लिखती तो दफ्तर का बाबू भी ग़ालिब होता
बूंद-बूंद की तलाश में समंदर में कूद गया,जिस पानी की तलाश थी उसी में डूब गया
Hindi Love shayari || latest love shayari 2024
तेरी सीरत साफ शीशे की तरह मेरे दामन में दाग हजारो है मुन्नवर फारुकी की शायरी
लगाकर सीने से हमें हमारी सारी कसक दूर कर दो,सिर्फ तुम्हारे हो जाऐ हमें तुम इतना मजबूर कर दो।
किसी से इश्क करते हो तो निभाना भी सीखो,ये कुछ दिन की बेकरारी मोहब्बत नहीं होती
कर दे नजरे करम मुझ पर,मैं तुझपे ऐतबार कर दूं दीवाना हूं तेराऐसा, कि दीवानगी की हद को पार कर दूं
मजबूरियों का नाम हमने शौख रख दिया, हर शौख बदलना ही पड़ा घर के वास्ते.
मुझे फुर्सत ही कहाँ जो,मौसम सुहाना देखू तेरी यादो से निकलू तो जमाना देखू.
चश्मदीद अँधा बना,बहरा सुने दलीलझूठो का दबदबा,सच्चे हुए जलील
इतनी बाते सोच रखी है तुम्हे सुनाने के लिए,पर तुम हो की आते नही मनाने के लिए
कि जब जुल्फे गिराकोई शहर था जिसकी के वो पलके झुकाती है,सांसे तो चलती है पर जान निकल जाती है.
कोई शहर था जिसकी एक गली,मेरी हर आहट पहचानती थी.मेरे नाम का एक दरवाजा था,एक खिड़की मुझको जानती थी.
ये जो आसमां में चाँद सितारे हैं,कुछ ऐसे ही किस्से हमारे हैं।ज़िंदगी की हर बाज़ी हमारे नाम रही,एक इश्क़ की बाज़ी में हम हारे हैं
इसको गुरूर मान ले या फिर अदाएं यार गुफ्त गु सारे सलीके बदल गए ,और जिस दिन से बताया वो सबसे खास है उसके सारे तौर तरीके बदल गए