
रस्मों की जंजीरे भी तोड़ी जा सकती है, तेरे खातिर दुनिया भी छोड़ी जा सकती है.उसको भूलाकर हमें ये मालूम हुआ आदत कैसी भी छोड़ी जा सकती है
रस्मों की जंजीरे भी तोड़ी जा सकती है, तेरे खातिर दुनिया भी छोड़ी जा सकती है.उसको भूलाकर हमें ये मालूम हुआ आदत कैसी भी छोड़ी जा सकती है