100+कान्हा कम्बोज शायरी कलेक्शन || 100+kanha kamboj shayari
बड़ी मस्सक्त के बाद भी निकले नही जा रहे, जहाँ से तेरी याद के जले नही जा रहे. एक तू है संभाल रही है नये नये आशिक ,इक हम है जो खुद से संभाले नही जा रहे मैं इ ऐसे सख्स पे थोक दिया मोहब्बत का दावा जिससे अपने दोस्त भी टाले नही जा रहे|…