खुद से झूठ बोलने लगा हूँ में, मुझे सच्चा मत समझना, वफा की राह में धोख़ा खाया है मैंने, मुझे बच्चा मत समझना
कभी सोला कभी सबनम कभी बदल बना दिया, तेरे प्यार ने मुझे पागल बना दिया. अगर तूने बना ली अपने होठों की लाली, तो मैंने भी तुझे अपने आँखों का काजल बना दिया
वो बेवफा ही सही आओ उसको याद करें,
की एक उम्र पड़ी उसे भुलाने को