किसी को नफरत है मुझ से, और कोई प्यार कर बैठा है
किसी को यकीन नही मुझ पर और ऐतबार कर बैठा है
कोई मिलना नही चाहता और कोई इंतज़ार कर बैठा है
इंतज़ार हार गया क्योंकि किसी की जिद्द, किसी के दर्द से बड़ी हो गई
अजीब से सिलसिले हैं तेरे मेरे दरमियाँ… फासला भी बहुत और मोहब्बत बेइंतहा
ख्वाहिश बस इतनी है कि कुछ ऐसा मेरा नसीब हो, वक़्त चाहे जैसा भी बस तु मेरे करीब हो
सुना था ज़िंदगी इम्तिहान लेती है, यहाँ इम्तिहान ने पूरी ज़िंदगी ले ली
बहुत खूबसूरत वो रातें होती हैं, जब तुमसे दिल की बातें होती है