नज़र से नजर को चाहने लगे हैं, नज़र पे नज़र के निसाने लगे हैं थोड़ी देर इन पलकों में रहिए यहाँ आते आते जमाने लगे हैं
Shubham Bharti
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम शुभम भारती है में पिछले 3 सालों से ब्लोगिंग का काम कर रहा हु में शायरी के प्रति रूचि है इसलिए में आप सबको भी शायरी व् quote से एंटरटेन करना चाहता हूँ