Attitude shayariBewafa shayariरस्मों की जंजीरे भी तोड़ी जा सकती है, तेरे खातिर दुनिया भी छोड़ी जा सकती है.उसको भूलाकर हमें ये मालूम हुआ आदत कैसी भी छोड़ी जा सकती है shubhambharti63072@gmail.com2023-10-202024-09-1701 mins रस्मों की जंजीरे भी तोड़ी जा सकती है, तेरे खातिर दुनिया भी छोड़ी जा सकती है.उसको भूलाकर हमें ये मालूम हुआ आदत कैसी भी छोड़ी जा सकती है Post navigation Previous: ये मेरा गुस्सा मेरी मजबूरी है, मुझे उसके जैसा कोई मनाता नही. कहना ओ शरारती सा लड़का बहुत बदल गया है रखता है अपने काम से काम अब किसी को सताता नहीNext: धोखा शायरी || अपनों से धोखा शायरी इन हिंदी || विश्वास पर धोखा शायरी Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
ये मेरा गुस्सा मेरी मजबूरी है, मुझे उसके जैसा कोई मनाता नही. कहना ओ शरारती सा लड़का बहुत बदल गया है रखता है अपने काम से काम अब किसी को सताता नही 2023-10-20