बादल कर कहना होता है बादल गए हो तुम.चल कर कहना होता है पिघल गए हो तुम.तुम्हारा मेरा किस्सा अब हमारा नही रहा.एक दूसरे के लिए हम राज़ बन गए. खत्म हुआ वफा का रोना धोना.अब हम भी धोखेबाज़ बन गए
वक़्त खराब हो तो सितारे भी साथ नहीं देते.गैर को छोड़ो अपने भी हाथ नहीं देते.रंगो की पहचान तो थी मगर तुम किस रंग की हो सनम. इस टूटे हूए दिल में कोई और नहीं रहता मेरे माँ की कसम
दिल अब मेरा इस दुनिया में नहीं जुड़ता धोके का तो सवाल ही नहीं उठता जिसने मुझे बनाया है बस उस पर है अतबार प्यार मुझे खुद खुदा से हुआ है इस बार
बेवजह बेवफाओ को याद किया हैगलत लोगों पे बहुत वक़्त बर्बाद किया है